B.ED Course Good News 2025:शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। अब से शिक्षक बनने के लिए 12वीं पास के बाद चार साल का इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स (Integrated B.Ed Course) अनिवार्य कर दिया गया है। इस नियम को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत लागू किया गया है, जिससे शिक्षकों की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सके।
अब 12वीं पास छात्र सीधे इंटीग्रेटेड B.Ed कोर्स में दाखिला लेकर शिक्षक बनने की दिशा में पहला कदम रख सकते हैं। इस कोर्स के अंतर्गत दो डिग्री एक साथ मिलती हैं – एक सामान्य स्नातक की डिग्री (BA/BSc/BCom) और दूसरी B.Ed की डिग्री। इससे समय की भी बचत होती है और छात्र जल्दी शिक्षक बनने के लिए तैयार हो जाते हैं।
यह भी पढ़े
- Bihar Jeevika New Bharti 2025: बिहार में जीविका के 137 पदों पर आवेदन शुरू, 10वीं पास करे आवेदन
- Bihar Board 12th Scrutiny Result 2025: बिहार बोर्ड ने घोषित किया स्क्रूटनी का रिजल्ट, जानिए स्टेप बाय स्टेप चेक करने की प्रक्रिया
- Bihar New Upcoming Vacancy 2025: बिहार में 64,559 पदों पर भर्ती पर जल्द आवेदन शुरू, जाने पूरी जानकारी
- Bihar Ration Dealer Vacancy 2025: बिहार में राशन डीलर के पदों पर आवेदन शुरू, 10वीं पास करे आवेदन
- Bihar Inter Marksheet 2025 Kab Milega: बिहार बोर्ड इंटर का मार्कशीट 2025 कब मिलेगा, जरूरी दस्तावेज और प्रक्रिया जानें
क्या है इंटीग्रेटेड B.Ed कोर्स?
इंटीग्रेटेड B.Ed कोर्स एक ऐसा कोर्स है जिसमें छात्र 12वीं के बाद सीधे एडमिशन ले सकते हैं। यह कोर्स आमतौर पर 4 साल का होता है और इसमें छात्र को एक साथ ग्रेजुएशन और एजुकेशन की ट्रेनिंग दी जाती है। यह कोर्स BA-B.Ed या BSc-B.Ed के रूप में उपलब्ध है। इस कोर्स में छात्रों को शिक्षण विधियों, बाल मनोविज्ञान, मूल्य शिक्षा, शैक्षणिक तकनीक आदि की गहरी जानकारी दी जाती है। यह कोर्स उन्हें भविष्य में एक योग्य और प्रशिक्षित शिक्षक बनने के लिए तैयार करता है।
नए नियम के पीछे की वजह
सरकार का उद्देश्य है कि देश के स्कूलों में योग्य और प्रशिक्षित शिक्षक हों, जो बच्चों को सही मार्गदर्शन दे सकें। इसी उद्देश्य से यह नियम लागू किया गया है। अब किसी भी स्कूल में शिक्षक बनने के लिए केवल स्नातक और B.Ed की पुरानी प्रणाली पर्याप्त नहीं होगी। नई प्रणाली में छात्र कम उम्र में ही शिक्षक बनने की दिशा में कदम रख सकते हैं और पारंपरिक 5-6 साल की पढ़ाई से बच सकते हैं। इससे समय की भी बचत होगी और शिक्षा की गुणवत्ता भी बढ़ेगी।
कोर्स में शामिल विषय
इंटीग्रेटेड कोर्स में छात्र अपने पसंदीदा विषय के साथ शिक्षा का अध्ययन कर सकते हैं। उदाहरण के लिए यदि छात्र Arts स्ट्रीम से है तो वो BA-B.Ed चुन सकता है, और यदि Science स्ट्रीम से है तो BSc-B.Ed। इस कोर्स में शैक्षणिक विषयों के साथ-साथ शिक्षक प्रशिक्षण से जुड़े विषय जैसे
- बाल मनोविज्ञान
- शैक्षणिक प्रबंधन
- मूल्य शिक्षा
- ICT in Education
- टीचिंग मैथडोलॉजी
कौन-कौन कर सकता है आवेदन?
इस कोर्स में वही छात्र आवेदन कर सकते हैं जिन्होंने 12वीं कक्षा किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से पास की हो। उम्मीदवार को कम से कम 50% अंकों के साथ पास होना जरूरी होता है। SC/ST/OBC वर्ग के छात्रों को कुछ छूट भी दी जा सकती है।
इस कोर्स को Arts, Commerce और Science – तीनों स्ट्रीम के छात्र कर सकते हैं। इसलिए यह कोर्स हर वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए उपलब्ध है।
शैक्षणिक योग्यता का विवरण (Educational Qualification Details)
इंटीग्रेटेड B.Ed कोर्स में दाखिला लेने के लिए सबसे पहली योग्यता है 12वीं पास होना। उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं की परीक्षा सफलतापूर्वक उत्तीर्ण करनी चाहिए। यह परीक्षा किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड जैसे CBSE, ICSE या राज्य बोर्ड से हो सकती है। उम्मीदवार को कम से कम 50% अंकों के साथ 12वीं पास करना अनिवार्य है।
इस कोर्स में Arts, Commerce या Science तीनों स्ट्रीम के छात्र आवेदन कर सकते हैं। यदि आपने 12वीं Biology, Physics, Chemistry से पास की है, तो आप B.Sc.-B.Ed कोर्स में आवेदन कर सकते हैं। वहीं अगर आपने 12वीं Humanities (History, Political Science आदि) से की है तो BA-B.Ed में दाखिला लिया जा सकता है। Commerce स्टूडेंट्स भी कुछ यूनिवर्सिटीज़ में B.Com-B.Ed कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।
कोर्स के बाद करियर ऑप्शन
इंटीग्रेटेड B.Ed कोर्स पूरा करने के बाद छात्र विभिन्न सरकारी और निजी स्कूलों में प्राथमिक या माध्यमिक शिक्षक के रूप में नौकरी पा सकते हैं। साथ ही वे TET (Teacher Eligibility Test), CTET जैसी परीक्षाएं देकर सरकारी नौकरी भी पा सकते हैं।
इस कोर्स के बाद छात्र एम.एड या शिक्षा में उच्च अध्ययन भी कर सकते हैं और आगे चलकर शिक्षा अधिकारी, लेक्चरर या प्रिंसिपल भी बन सकते हैं। इस कोर्स से करियर के रास्ते काफी खुले रहते हैं।
सैलरी कितनी मिलती है?
सरकारी स्कूलों में एक प्रशिक्षित शिक्षक की शुरुआती सैलरी ₹30,000 – ₹50,000 प्रति माह तक होती है। अनुभव और प्रमोशन के साथ यह सैलरी ₹70,000 – ₹1,00,000 प्रति माह तक पहुंच सकती है।
वहीं निजी स्कूलों में भी अच्छी सैलरी दी जाती है, खासकर अगर स्कूल बड़ा और प्रतिष्ठित हो। इसके साथ-साथ अन्य सुविधाएं जैसे पेंशन, मेडिकल, ग्रेच्युटी आदि भी मिलती हैं।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। कृपया विस्तृत और अद्यतन जानकारी के लिए संबंधित विश्वविद्यालय या शिक्षा संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट देखें।